2022 के इन शुरुआती पल में मुझे यह साझा करते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि वरिष्ठ पत्रकार एवं कथाकार मित्र देवेन्द्र पाल ने हमारे एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ा दिया है। उन्होंने पिछले छ: माह के अथक परिश्रम के बाद लगभग 1200 पृष्ठों की पंजाबी की कालजयी कृति ‘लीला ‘ के हिंदी अनुवाद की आखिरी किस्त भी हमें रात को मेल कर दी है। अवश्य ही उनका यह कार्य हिंदी साहित्य की दुनिया में सराहा जाएगा। हमारा लक्ष्य भी इस कालजयी कृति को जल्द से जल्द पाठकों तक पहुंचाना रहेगा । इसी संकल्प के साथ हम नए साल की शुरुआत कर रहे हैं। आधार के सभी लेखक मित्रों और पाठकों के लिए नया साल मुबारक हो। आप सभी को हमारी ढेरों शुभकामनाएं। – Desh Nirmohi